भारत के नगरों में इतालवी शैली के कॉफ़ी बारों की संख्या में आहिस्ता-आहिस्ता हो रही बढोत्तरी से स्पष्ट है कि वहाँ एक कॉफ़ी क्रांति चल रही है. ज़ाहिर है चाय उद्योग के लिए यह कोई अच्छी ख़बर नहीं है.
चाय अब भी ज़्यादातर भारतीयों का पसंदीदा पेय पदार्थ है. भारत न सिर्फ़ चाय का सबसे बड़ा निर्यातक, बल्कि सबसे बड़ा उपभोक्ता भी है.
हाल के वर्षों में भारत में चाय की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है. चाय उद्योग के लिए बुरी ख़बर यह कि युवा और प्रगतिशील भारतीयों के लिए क़ॉफ़ी एक फ़ैशन बनती जा रही है. कॉफ़ी बार का भारत में कुछ साल पहले तक कोई नामलेवा नहीं था, लेकिन आज दबे पाँव ये महानगर ही नहीं छोटे शहरों में भी पहुँच रहे हैं.
No comments:
Post a Comment